हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा " पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैं।
:قال الامام الصادق علیہ السلام
اَحْسِنْ مُجاوَرَةَ مَنْ جاوَرْتَ تَكُنْ مُسْلِما؛
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अपने (हमसाय) पड़ोसी से खुश अख्लाकी से पेश आओ ताकी सच्चे मुसलमान करार पाव।
बिहारूल अनवार,भाग 74,पेज 158